MOTHERS DAY भारत समेत कई देशो में बनाया जाता है । MOTHERS DAY हर साल मई महीने के 2 दूसरे रविवार को बनाया जाता है। MOTHERS DAY हमेशा से ही माताओ के लिए एक नया दिन होता है आपको बता देखी भारत में माताओ के लिए हर दिन ही पूज्यनीय हे ।
MOTHERS DAY की सुरवात कैसे हुई ?
हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनिया भर में MOTHERS DAY मनाया जाता है . रविवार को 11 मई को है माँ को सम्मान देने वाले इस दिन को अलग अलग देशो मई अलग अलग तारीख पर सेलिब्रेट किया जाता है . लेकिन भारत समेत ज्यादातर देशो में मई के दूसरे संडे को ही MOTHERS DAY के रूप में मनाया जाता है। MOTHERS DAY के दिन लोग कई TARAH से माँ के प्रति अपनी भावनाओ को जाहिर करते है। माँ को सम्मान देने वाले इस दिन की शुरुआत अमेरिका में हुई। अमेरिकन एक्टिविस्ट ऐना जार्विस अपनी माँ से बहुत प्यार KARTI थी . उन्होंने सादी नहीं की और माँ की मौत होने के बाद प्यार जकतने के लिए उन्होंने इस दिन शुरुआत की। फिर धीरे धीरे कई देशो में MOTHERS DAY मनाया जाने लगा .
मई के दूसरे संडे को ही क्यों मानते हे MOTHERS DAY ?
9 मई 1914 को अमेरिकी प्रेसिडेंट वुडरो विल्सन ने एक लौ पास किया था जिसमे लिखा था की मई महीने के दूसरे संडे MOTHERS DAY मनाया जायेगा जिसके बाद MOTHERS DAY अमेरिका भारत और कई देशो में मई महीने के दूसरे संडे को MOTHERS DAY मनाया जाने लगा।
भारत में कैसे मनाये MOTHERS DAY ?
वैसे तो माँ को प्यार करने का और तोहफे देने के लिए किसी खास दिन की जरूरत नहीं हे लेकिन फिर भी MOTHERS DAY के दिन माँ को और सम्मान दिया जाता हे। और जाहिर हे की इस साल आप अपनी माँ को कई गिफ्ट्स या ट्रेवल टिकट दे सकते है। अमेरिका और देशो में MOTHERS DAY के ही दिन अपनी माँ को प्यार किया जाता है परतु हमारे भारतीय संस्कृति मै अपनी को प्यार करने का कोई दिन फिक्स नहीं है। यहाँ भारत में अपनी माँ को लोग भगवान का दर्जा देते है।
2024 मदर्स डे
दुनिया मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे सेलीब्रेट करती है, ये तो सभी जानते हैं कि ये दिन खासतौर से सभी माताओं को समर्पित है। वैसे तो माताओं के प्रति प्यार और सम्मान हर पल ही मन में होता है लेकिन इस एक दिन उसे जताकर माताओं को खास महसूस कराये जाने का चलन है।
इस दिन मां के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर उनके अथाह प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद दिया जाता है। जितना खास है यह दिन, उतनी ही रोचक है इस दिन को मनाने की शुरुआत भी। अलग-अलग देशों में इस दिन को मनाने की अलग-अलग कहानी है।
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